
साध्वीश्री समीक्षणाश्रीजी ठाणा 3 का बखतगढ़ से विहार होकर नांदेचा परिसर बदनावर में हुआ मंगल पदार्पण
दिलीप दरड़ा
बखतगढ़ (धार) – व्यसनमुक्ति प्रणेता आचार्यश्री रामलालजी “रामेश” की आज्ञानुवर्तिनी शासन दीपिका साध्वीश्री समीक्षणाश्रीजी, बखतगढ़ गौरवश्री स्तुतिश्रीजी एवं श्री अरुणिमा श्रीजी ठाणा 3 के बखतगढ़ संघ की पुण्यवानी से मिले सुनहरे सानिध्य का श्रावक श्राविकाओं ने पूरा पूरा सुंदर लाभ लिया। साध्वी वृंद ने बखतगढ़ में 22 दिनों तक धर्म प्रभावना की। साध्वी वृंद के सानिध्य में श्रीसंघ में दो बार एकासन तप की आराधना भी हुई। बखतगढ़ के श्री वर्धमान स्थानक भवन से विहार के पूर्व सभी ने सामूहिक वंदना की एवं साध्वीश्री समीक्षणा श्रीजी ने सभी श्रावक श्राविकाओं को नियमित नियम देते हुए मांगलिक श्रवण करवाकर नियमित धर्म, ध्यान, ज्ञान, तप आदि विभिन्न आराधना करने की विशेष प्रेरणा दी। पश्चात साध्वी वृंद का शुक्रवार 04 जुलाई को प्रातः बखतगढ़ से विहार होकर बदनावर में मंडी रोड़ पर स्थित नांदेचा परिसर में मंगल पदार्पण हुआ। एक दिन पूर्व बखतगढ़ में व्याख्यान के दौरान साध्वी वृंद ने श्रीसंघ से एवं श्रावक श्राविकाओं ने साध्वी वृंद से खमत खमावणा किया।
साध्वी वृंद के साथ बखतगढ़ के साध्वीश्री भी है
गौरतलब है कि साध्वी वृंद रतलाम, बदनावर सहित विभिन्न क्षेत्रों में धर्म प्रभावना करने के बाद बदनावर से विहार कर बखतगढ़ में 12 जुलाई को मंगल पदार्पण हुआ था। उल्लेखनीय है कि साध्वी वृंद में बखतगढ़ के गौरव साध्वी श्री स्तुतिश्रीजी भी है। जिनका लंबे अंतराल के बाद अपने सांसारिक गृह नगर बखतगढ़ पधारना हुआ था। इसे लेकर भी श्रीसंघ में आराधना के प्रति जबर्दस्त उत्साह दिखाई दिया था।
बदनावर रोड़ पर दूर दूर तक पहुंचकर विहार सेवा दी
कुछ श्रावक श्राविकाओं ने साध्वी वृंद के साथ विहार में 2 किलो मीटर, 3 किलो मीटर, 5 किलो मीटर दूर तक एवं दो बालिकाएं साध्वीश्री स्तुति श्रीजी की सांसारिक भतीजी प्रियल ओरा व शैली वरमेचा ने बखतगढ़ से बदनावर तक 8 किलो मीटर साध्वी वृंद के साथ पैदल चलकर विहार सेवा का लाभ लिया। वहीं बदनावर संघ से भी कुछ श्रावक विहार के पूर्व अगवानी करने हेतु बखतगढ़ पहुंच गए थे। वहीं विहार के चलते मार्ग में ही बदनावर संघ के कई श्रावक श्राविकाओं व बच्चों ने विहार सेवा में जुड़कर विहार सेवा अनमोल सेवा का सुनहरा लाभ लिया। गौरतलब है कि साध्वी वृंद का इस बार बदनावर में वर्षावास है। साध्वी मंडल का मंडी रोड़ पर स्थित वर्षावास स्थल समता भवन पर वर्षावास प्रारंभ 10 जुलाई के पूर्व कभी भी चातुर्मासिक प्रवेश हो जाएगा।
श्रीसंघ ने प्रतिदिन अच्छा लाभ लिया
श्रीसंघ ने यहां प्रतिदिन समय समय पर स्थानक भवन पहुंचकर साध्वी वृंद के दर्शन, वंदन, प्रातः अनुज्ञा, मांगलिक, व्याख्यान, ज्ञान चर्चा, देवसीय प्रतिक्रमण सहित नवीन ज्ञान कंठस्थ करने के अलावा संयमी आत्माओं की गौचरी, अचित पानी, सेवा, वैयावच्च आदि का अच्छा लाभ लिया।