

शहडोल (म.प्र.) — भारतीय किसान संघ, जिला शहडोल ने आज किसानों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। संघ ने कहा कि किसानों की अनदेखी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो संगठन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
◆ किसानों की प्रमुख समस्याएँ ◆
सूचना का अधिकार ठप्प – किसान महीनों से जानकारी पाने के लिए भटक रहे हैं, मगर अधिकारियों का रवैया टालमटोल वाला है। सूचना के अधिकार को शहडोल जिले में मजाक बना कर रख दिया गया है।एक अधिकार आमजन को मिला है उसे भी अधिकारीयों द्वारा छुपाया जा रहा है।
प्राकृतिक आपदा मुआवज़ा लूट – सर्वेक्षण की गड़बड़ियों के कारण पीड़ित किसानों को उचित मुआवज़ा नहीं मिल रहा।
फसल बीमा योजना में हेराफेरी – बीमा कंपनियाँ किसानों को समय पर राहत नहीं देतीं, मोबाइल नंबर बदलकर किसानों से कन्नी काट लेती हैं।
● खाद का संकट ●
खाद की कालाबाज़ारी से खेती पर बुरा असर।
किसानों की माँगें
सूचना का अधिकार समयबद्ध और पारदर्शी बनाया जाए।
हर प्राकृतिक आपदा पीड़ित किसान को उचित मुआवज़ा मिले।
फसल बीमा कंपनियों की जवाबदेही तय हो।
खाद में भारी दिक्कत हो रही है समाधान किया जाए।
जिला मंत्री सुशील कुमार द्विवेदी ने चेतावनी भरा ऐलान किया
“किसान इस देश की रीढ़ हैं। अगर हमारी समस्याओं का त्वरित समाधान नहीं हुआ तो शहडोल की धरती से ऐसा आंदोलन खड़ा होगा कि प्रशासन को झकझोर देगा।
भारतीय किसान संघ के प्रांत मंत्री होरीलाल जायसवाल, जिला मंत्री सुशील कुमार द्विवेदी, सोहागपुर तहसील अध्यक्ष विजय गुप्ता,जयसिंहनगर तहसील अध्यक्ष लवकेश मिश्रा, अरुण तिवारी सोहागपुर, जिला उपाध्यक्ष संतोष तिवारी, जिला उपाध्यक्ष रामनाथ सिंह परमार एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे ज्ञापन सौंपते हुए एक स्वर में संकल्प लिया कि
“किसानों के हक की लड़ाई आख़िरी दम तक जारी रहेगी।”



